बीआरटीएस की बस लेन में सिर्फ आई बस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस को जाने की अनुमति है। इसके बावजूद एनवीडीए में संयुक्त संचालक तथा अपर कलेक्टर कल्पना आनंद ने बस लेन में गाड़ी चलवा दी। इस दौरान कलेक्टर मनीष सिंह का वहां से निकलना हुआ। उन्होंने अपनी गाड़ी अपर कलेक्टर की गाड़ी के आगे अड़ाकर रुकवाया और निगम की टीम को बुलवाया। सीएसआई अनिल सिरसिया से बोलकर अपर कलेक्टर से माफीनामा लिखवाया, इसके बाद गाड़ी छोड़ी गई।
सीएसआई ने बताया कार एमपी-09 सीयू-9824 पर न्यायाधीश लिखा हुआ था और लाल पट्टी भी लगी थी। अपर कलेक्टर ने माफी मांगते हुए कहा कि ड्राइवर ने गलती से बस लेन में कार घुसा दी थी। अपर कलेक्टर कल्पना आनंद ने कार में बैठकर ही माफीनामा लिखा, तब तक निगम की टीम कार को घेरे खड़ी रही। इसके बाद सीएसआई ने यह माफीनामा कलेक्टर को वाट्सएप किया। अपर कलेक्टर कल्पना आनंद ने कहा कि उनके ड्राइवर से गलती हुई और उसने बस लेन में कार चलाई।

अपर कलेक्टर कल्पना आनंद से मौके पर लिखवाया गया माफीनामा।
कार्रवाई पर सवाल भी- आम लोग मांफी मांगें या चालान देना पड़ेगा
कलेक्टर मनीष सिंह की अपर कलेक्टर को दी गई इस रियायत पर लोगों ने सवाल भी उठाए। मोबाइल पर मैसेज चले कि क्या आम आदमी भी ऐसी गलती करके माफीनामा लिखने से ही बच जाएगा या फिर उसका चालान काटा जाएगा।